संकाय
सच्चे शिक्षक की भूमिका केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में और ज्ञान हासिल करने की इच्छा प्रेरित करना है। आईआईएम लखनऊ के शिक्षक अपने छात्रों में केवल ज्ञान नहीं बांटते, बल्कि वे उनमें सीखने की जिज्ञासा को और प्रबल करने वाले मार्गदर्शक का काम करते हैं। इस संस्थान के संकाय में विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए अनुभवी और विशिष्ट प्राध्यापक शामिल हैं, जिनका उद्देश्य है छात्रों की प्रतिभा को संवारना और उन्हें सच्चा ज्ञान हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ाना है।
यहां के शिक्षक औसत और उत्कृष्टता के बीच की दूरी को खत्म करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। आवासीय परिसर होने के कारण, शिक्षक कक्षा के बाहर भी छात्रों से जुड़े रहते हैं और उन्हें अधिक व्यक्तिगत और अनौपचारिक स्तर पर भी मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
उद्योग जगत के अपने कई वर्षों के अनुभव और अपने क्षेत्र में उच्च प्रतिष्ठा के कारण, आईआईएम लखनऊ के शिक्षक छात्रों की अध्ययन प्रक्रिया में सहायक की भूमिका निभाते हैं। ये शिक्षक केवल पाठ्य सामग्री पढ़ाने पर बल नहीं देते, बल्कि खुद को भी नए-नए बदलावों से निरंतर जागरूक रखते हैं। संस्थान के शिक्षकों द्वारा लिखे गए शोधपत्रों की संख्या और उनके द्वारा किए जा रहे परामर्श कार्य इस बात का संकेत हैं कि वे केवल अपने लिए ही नहीं, बल्कि अपने छात्रों के विकास के लिए भी निरंतर उत्कृष्टता की खोज में लगे रहते हैं।
शोध
हमारा उद्देश्य आईआईएम लखनऊ को एक संपूर्ण रूप से एकीकृत प्रबंधन संस्थान के रूप में विकसित करना है—ऐसा संस्थान जो केवल शिक्षा देने तक सीमित न रहे, बल्कि ज्ञान के सृजन, प्रसार और अनुप्रयोग के क्षेत्र में भी समग्र रूप से सक्रिय हो। इसी सोच के साथ संस्थान ने एक वैश्वीकरण कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके अंतर्गत दुनिया भर के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ मिलकर संकाय, डॉक्टोरल और परास्नातक छात्रों का विनिमय किया जा रहा है। इसके साथ-साथ संस्थान ने अपने प्रमुख अनुसंधान केंद्रों के अलावा कई विशेष अनुसंधानिक परियोजनाएं भी शुरू की हैं जो ज्ञान सृजन के इस लक्ष्य को आगे ले जा रही हैं।