प्रो. अर्चना शुक्ला | |
निदेशक | |
भारतीय प्रबन्ध संस्थान, लखनऊ | |
+91-522-6696601/02 | |
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भारतीय प्रबंधन संस्थान, लखनऊ (आईआईएमएल) ने वर्ष 1984 में अपने शालीन प्रारंभ के बाद से, अब पूरी तरह एकीकृत वैश्विक प्रबंधन स्कूल के तौर पर उभर चुका है। संस्थान का मूल मार्गदर्शक विचार, संपूर्ण रूप से ज्ञान सृजन करना, प्रबंधन प्रथाओं को सकारात्मक रूप से प्रभावित करना एवं वैश्विक रूप से उन्हें एकीकृत करना है। ज्ञान के सृजन, प्रसार एवं उपयोग से शिक्षा प्रदान करने का उद्देश्य परस्पर क्रियाशील प्रभाव पैदा करने के लिए एकीकृत किये जा रहे हैं।
कॉर्पोरेट व अन्य क्षेत्रों से जुड़े प्रबंधन में परिवर्तन लाने में सक्षम नेतृत्वकर्ताओं को संस्थान बढ़ावा देने के साथ ही उनका पोषण भी करता है। संस्थान छात्रों को मानवीय मूल्यों एवं पेशेवर नैतिकता की ओर प्रेरित करता है। इससे छात्रों में स्वयं के साथ-साथ समाज, राष्ट्र तथा विश्व हित में निर्णय लेने के अलावा राह बनाने में सहयोग मिलता है। नए एवं सक्षम विधियों से अपने मिशन को पूरा करने के लिए, आईआईएम लखनऊ समुदाय के प्रत्येक सदस्य पाठ्यक्रम तथा शैक्षिक विधियों/उपयों में निरंतर सुधार के माध्यम से शिक्षा, अनुसंधान, परामर्श या प्रशिक्षण जैसे प्रत्येक प्रयास में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयत्न करते हैं।
वास्तविक अर्थों में यह एक वैश्विक व्यवसायिक स्कूल है जो प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम (पीजीपीएम), कृषि व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम (पीजीपीएबीएम), सतत प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम (पीजीपीएसएम), कार्यकारी अधिकारियों के लिए प्रबंधन में अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम (आईपीएमएक्स), प्रबंधन में फेलो कार्यक्रम (एफपीएम) तथा प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) जैसे कार्यक्रमों का प्रस्ताव रखता है। इसके साथ ही उत्कृष्टता की बुनियाद पर विश्वसनीय, प्रतिबद्ध एवं परांगत विद्वान संकाय अभिनव एवं अद्वितीय शैक्षिक उपायों के माध्यम से गुणग्राही तथा विविधतापूर्ण छात्र समुदाय का मार्गदर्शन करते हैं, जो अपनी राह खुद बनाने की तीव्र इच्छा रखते हैं।
संस्थान द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम जैसे, पीजीपीएम, पीजीपीएबीएम तथा पीजीपीएसएम विद्यार्थियों के समग्र परिवर्तन, बेहतर प्रबंधक के रूप में विकसित करने तथा आदर्श मनुष्य बनने के लिए प्रशिक्षिण देने का कार्य करते हैं। सुदृढ़ पाठ्यक्रम ज्ञान के लिए उत्साह के साथ ही विद्यार्थियों को जीवन की वास्तविक स्थितियों में प्राप्त ज्ञान के प्रयोग की कला भी सिखाने का प्रयास करते हैं। ये कार्यक्रम विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ टीमवर्क तथा समग्रता के मूल्यों को आत्मसात करने पर भी बल देते हैं।
डब्लूएमपी, कार्यरत अधिकारियों, उद्यमियों तथा पेशेवरों के लिए एक विशेष रूप से विकसित तीन वर्षों का संध्याकालीन कार्यक्रम है। इसकी रूपरेखा वर्तमान में जारी पेशे या व्यवसायों से जुड़े रहने के साथ ही औपचारिक तरीके से अपने ज्ञान एवं कौशल को बढ़ाने में रुचि रखने वाले वृत्तिकों के लिए है। कार्यक्रम विशेष रूप से उत्साही तथा प्रतिभाशाली कार्यकारी अधिकारियों की शैक्षणिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए विकसित किया गया है, जो भावी व्यवसायों को व्यवस्थित करने के लिए आवश्यक मजबूत वैचारिक बुनियादी सिद्धांतों तथा कौशल विकास की उम्मीद रखते हैं।
एक वर्षीय आईपीएमएक्स कार्यक्रम मध्य या वरिष्ठ स्तर के पेशेवरों के लिए विकसित किया गया है। यह कार्यक्रम उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय व्यापार परिदृश्य में नेतृत्वकर्ता की भूमिका के लिए तैयार करता है। पाठ्यक्रम व्यवसाय की रणनीतिक समझ पर केंद्रित है तथा यह प्रक्रिया शैक्षिक परियोजनाओं तथा उद्योग इंटरफ़ेस के माध्यम से व्यावहारिक कौशल विकास से जुड़ी है। कार्यक्रम शिक्षण का एक मुख्य भाग मैकगिल विश्वविद्यालय, प्रबंधन संकाय मॉन्ट्रियल, कनाडा में 4-5 सप्ताह का अंतरराष्ट्रीय अध्ययन मॉड्यूल है जो छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षण अनुभव का अवसर प्रदान करता है।
डॉक्टरेट स्तरीय कार्यक्रम, प्रबंधन में फेलो कार्यक्रम (एफपीएम) विद्वानों को शिक्षक, शोधकर्ता, प्रशिक्षक तथा प्रबंधन में परामर्शदाता के रूप में करियर बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करता है।
अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी आदान-प्रदान कार्यक्रम (इंटरनेशनल एक्सचेंज प्रोग्राम) का लक्ष्य विश्व स्तर पर प्रमुख प्रबंधन स्कूलों के साथ साझेदारी स्थापित करना है।
शोध कार्यों का उत्तरादायित्व वहन कॉर्पोरेट के अलावा गैर-कॉर्पोरेट क्षेत्र के लिए प्रबंधन प्रथाओं हेतु प्रासंगिक ज्ञान आधार को मजबूती प्रदान करने के लिए किया जाता है। मेटामॉर्फोसिस: व्यापार नेतृत्वकर्ताओं के लिए जर्नल है जिसेअर्द्धवार्षिक रूप से प्रकाशित किया जाता है। यह हमारा एक आधिकारिक संभाग है जो प्रबंधन की उभरती व विकसित प्रक्रियाओं में सफल विचारों के प्रकाशन कार्य से जुड़ा है।
परामर्श से संबंधित सेवाएं विभिन्न प्रकार के संगठनों को प्रदान की जाती हैं, जो अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में फैली उनकी समस्याओं को हल करने और उनके प्रबंधन प्रथाओं को उन्नत करने में सहयोग करे।
संस्थान के मिशन को ध्यान में रखते हुए, उद्योग, सरकार और गैर-सरकारी क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों को प्रासंगिक प्रशिक्षण प्रदान करके, प्रबंधन प्रणाली में सुधार के लिए कार्यकारी अधिकारी विकास कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
कृषि के क्षेत्र में विशेष "उत्कृष्टता केंद्र" - "कृषि प्रबंधन केंद्र"; नेतृत्व - "मानव मूल्यों पर आधारित नेतृत्व के लिए केंद्र"; और उद्यमशीलता - "उद्यमी विकास केंद्र एवं नए उद्यम प्रबंधन केंद्र", अपने संबंधित क्षेत्रों में अग्रणी कार्य करने के लिए स्थापित किए गए हैं।
आईआईएमएल के पाठ्यक्रम में विकल्पों की विविधता के उद्देश्य से कक्षाओं के अतिरिक्त गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला भी पूरक को तौर पर शामिल है। प्रत्येक विद्यार्थी को पाठ्यक्रम के साथ-साथ अतिरिक्त गतिविधियों में भाग लेने और योगदान करने के लिए पर्याप्त अवसर मिलते हैं।
कॉरपोरेट जगत के दिग्गजों के साथ छात्र एवं संकाय सदस्यों के बीच नियमित संवाद हमें अपने छात्रों को भावी प्रबंधक तथा नेतृत्वकर्ता के रूप में तैयार करने में सहयोग कर रहा है।
विश्व स्तरीय पुस्तकालय, कंप्यूटिंग एवं अन्य शैक्षणिक तथा मनोरंजक सुविधाएं सीखने की प्रक्रिया को समृद्ध बनाने में सहायता करती हैं। राजदूत के रूप में 4,500 से भी अधिक संख्या में पूर्व छात्रों का मजबूत नेटवर्क जो विश्व के विभिन्न उद्योगों तथा अकादमिक क्षेत्रों में अग्रणी पदों पर आसीन हैं। ये सम्मानित पूर्वछात्र संस्थान की व्यक्तिगत वास्तविकता को पोषित करने और उत्कृष्टता की खोज से जुड़ी दृष्टि के प्रमाण हैं।
आईआईएमएल ने अपने स्थापना दिवस से ही वैश्विक दृष्टिकोण आधारित एक अग्रणी प्रबंधन संस्थान के रूप में स्थापित होने के स्वप्न को साकार करने पर बल दिया है। आज यह स्वप्न साकार हो चुका है क्योंकि आईआईएमएल के शिक्षाविदों और छात्रों ने समान रूप से अपने अकादमिक तथा पेशेवर उत्कृष्टता के आधार पर विश्व भर में प्रतिष्ठा प्राप्त की है।
प्रो. अर्चना शुक्ला
निदेशक